मिसकैरेज होने के बाद क्या करना चाहिए?pregnancytips.in

Posted on Fri 14th Oct 2022 : 15:42

गर्भपात के बाद अगले पांच दिनों तक अपना बॉडी टेंपरेचर चेक करती रहें। अगर आपका बॉडी टेंपरेचर 100 डिग्री फारेनहाइट से ज्‍यादा है तो तुरंत डॉक्‍टर से बात करें। इस समय आपको अपनी वेजाइनल हाइजीन का भी ध्‍यान रखना है। मिसकैरेज के बाद पहले 24 घंटे में हल्‍की या हैवी ब्‍लीडिंग हो सकती है जिसके लिए आपको सैनिटरी पैड लगाना पड़ेगा।

यदि मुझे लगे कि मेरा गर्भपात हो गया है, तो क्या करना चाहिए?
यदि गर्भावस्था के दौरान आपको रक्तस्त्राव या मरोड़ जैसे असामान्य लक्षण महसूस हों तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

डॉक्टर जांच करके पता लगाएंगी कि क्या रक्तस्त्राव ग्रीवा से हो रहा है और वे गर्भाशय की भी जांच करेंगी। वे अल्ट्रासाउंड करके यह भी पता लगाएंगी कि गर्भ के भीतर क्या हो रहा है।

यदि गर्भावस्था की शुरुआत में आपको रक्तस्त्राव या मरोड़ हो और डॉक्टर को एक्टोपिक गर्भावस्था की आशंका हो तो वे आपको तुरंत अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहेंगी। यदि किसी समस्या का पता न चले और खून के धब्बे आना जारी रहे तो आपको कुछ दिनों बाद फिर से अल्ट्रासाउंड करवाने के लिए कहा जाएगा।

यदि आपकी प्रेगनेंसी सात सप्ताह की है और स्कैन में भ्रूण की सामानय धड़कन दिखाई दे रही है, तो आपकी गर्भावस्था जीवनक्षम है। आपको जो खून के धब्बे आ रहे थे वे शायद गर्भावस्था की शुरुआत में होने वाले आम धब्बे हैं, जो बहुत सी महिलाओं को आते हैं। ये आमतौर पर नुकसानदेह नहीं होते। डॉक्टर आपको दोबारा मिलने के लिए तभी कहेंगी जब कुछ दिनों बाद भी स्पॉटिंग बंद न हो या फिर आपको अन्य कोई चिंताजनक लक्षण महसूस हों।

यदि भ्रूण में दिल की धड़कन न हो और उसका माप गर्भावस्था के सप्ताह के अनुसार उचित हो, तो इसका मतलब है कि भ्रूण जीवित नहीं रह पाया। यदि भ्रूण आपकी गर्भावस्था के सप्ताह के अनुसार छोटा था, तो इसका मतलब हो सकता है कि आपकी गर्भावस्था अभी इतनी आगे नहीं बढ़ी थी जितना ही आप सोच रही थीं। ऐसी स्थिति में आपको शायद एक सप्ताह में दोबारा अल्ट्रासाउंड करवाना होगा, ताकि सुनिश्चित हो सके कि शिशु का विकास हो रहा है और उसका दिल भी धड़क रहा है।

यदि आपकी दूसरी तिमाही चल रही है और अल्ट्रासाउंड स्कैन में पता चले कि ग्रीवा छोटी हो रही है या खुल रही है तो डॉक्टर शायद सरक्लॉज प्रक्रिया करने का निर्णय ले सकती हैं। इसमें वे आपकी ग्रीवा में टांके लगाकर इसे बंद कर देंगी ताकि गर्भपात या समस से पहले प्रसव को रोका जा सके। वे ऐसा तभी करेंगी जब अल्ट्रासाउंड स्कैन में आपके शिशु का स्वास्थ्य ठीक लग रहा हो और आपको इंट्रायूटेरीन इनफेक्शन के कोई लक्षण न हों।

यदि आपके गर्भपात होने के संकेत लगें तो डॉक्टर इसकी संभावना कम करने के लिए आपको संपूर्ण बेडरेस्ट के लिए कर सकती हैं। जब तक आपको रक्तस्त्राव या मरोड़ हो रहे हों, तब तक डॉक्टर आपको संभोग (सेक्स) न करने की सलाह दे सकती हैं। सेक्स की वजह से गर्भपात नहीं होता, मगर ऐसे लक्षण होने पर बेहतर है कि आप अभी प्रेम संबंध न बनाएं।

यदि आपका गर्भपात हो रहा हो तो ब्लीडिंग और मरोड़ और ज्यादा बढ़ जाएंगे। यदि आपको दर्द हो तो राहत के लिए आप एसीटामिनोफेन दवा ले सकती हैं। रक्त सोखने के लिए टेम्पॉन का इस्तेमाल न करे। इनफेक्शन से बचने के लिए बेहतर है कि आप सैनिटरी पैड का इस्तेमाल करें।

इस चरण पर डॉक्टर गर्भाशय से गर्भावस्था के उत्तक निकालने के लिए सक्शन क्युरेटेज या डाइलेशन एंड क्यूरेटाज (डी एंड सी) प्रक्रिया करवाने की सलाह देंगी। इस प्रक्रिया से सुनिश्चित होता है कि गर्भाशय में कोई उत्तक बाकी न रह जाए और भारी रक्तस्त्राव को रोका जा सके।

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