घर पर प्रसव पीड़ा कैसे शुरू करें?pregnancytips.in

Posted on Tue 11th Oct 2022 : 14:43

कैसे घर पर प्रसव को प्रेरित करें
इस आर्टिकल में: विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं
अपने शरीर को एक उचित स्थिति में लायें
शारीरिक गतिविधियाँ करें
अपने शरीर को प्रसव के लिए तैयार करें
हर्बल उपचारों का उपयोग करें
अपने शरीर को विश्राम दें
एक प्रोफेशनल से कौन-कौन सी अपेक्षाएं रखें
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स्रोत और उद्धरण

आपकी गर्भावस्था की संभावित तारीख प्रचलित रूप से गर्भावस्था के 40 सप्ताहों में गिनी जाती है | लेकिन, अगर आपकी गर्भावस्था को 40 सप्ताह से ज्यादा हो चुके हों तो आप जन्म की प्रक्रिया को शुरू करने के लिए परेशान, उतावली और उत्साहित हो सकती हैं | प्रेरित प्रसव के लिए चिकित्सीय मदद लेने के पहले प्रसव शुरू करने के कई प्राकृतिक तरीकों को आजमायें |
विधि 1
विशेष प्रकार के खाद्य पदार्थ खाएं


पाइनएप्पल खाएं: पाइनएप्पल एक ऐसा फल है जो प्रसव करने के लिए ट्रिगर की तरह काम कर सकता है | इसमें ब्रोमेलैन (bromelain) पाया जाता है जो सर्विक्स को नर्म करने और "खोलने" (ripen) में मदद कर सकता है | प्रसव शुरू करने की यह सबसे मुख्य स्टेज होती है |[१]
पाइनएप्पल को सादा खाएं, पाइनएप्पल का जूस पियें या पाइनएप्पल के साथ एक फ्रूट स्मूथी बनायें |

2
मसालेदार भोज्य पदार्थ खाएं: कुछ लोग दावा करते हैं कि मसालेदार भोजन प्रसव के लिए एक कैटेलिस्ट (catalyst) के रूप में काम करते हैं | मेक्सिकन भोज्य पदार्थ या लाल मिर्च युक्त भोज्य पदार्थ प्रसव शुरू करने में मदद कर सकते हैं | लेकिन, सावधान रहें क्योंकि ये भोज्य पदार्थ आपकी गर्भावस्था की इस अंतिम स्टेज में अपच उत्पन्न कर सकते हैं |
कुछ शोध दर्शाते हैं कि मसालेदार भोज्य पदार्थ सच में प्रसव की शुरुआत कर सकते हैं जिसका श्रेय मिर्च में पाए जाने वाले पदार्थ कैप्सैसिन (capsaicin) को जाता है | कैप्सैसिन प्राकृतिक रूप से निकलने वाले एंडोर्फिन को ओवरटेक कर लेता है जिससे दर्द में राहत मिलती है |[२]

3
मुलहटी खाएं: काली मुलहटी (ब्लैक लिकोरिस) के बारे में कहा जाता है कि यह प्रसव को प्रेरित करती है | प्राकृतिक मुलहटी का उपयोग करें जिसमे शर्करा कम मात्रा में पाई जाती है | आप इसे पिल्स के रूप में भी ले सकती हैं | मुलहटी अपने लेक्सेटिव (laxative) प्रभाव के द्वारा आँतों में ऐंठन उत्पन्न कर सकती है | आँतों की ऐंठन से गर्भाशय की ऐंठन को प्रेरित करने में मदद मिल सकती है |[३]

4
लहसुन खाएं: जब आप प्रचुर मात्रा में लहसुन खाती हैं तो आपकी आंतें उत्तेजित हो सकती हैं | इसके कारण आपका पेट साफ़ हो सकता है जिससे बच्चे को आपके शरीर में नीचे की ओर आने के लिए जगह मिल जाती है | एक बार बच्चे का नीचे की ओर खिसकना शुरू होने पर यह आपके गर्भाशय और सर्विक्स में स्थापित होने लगता है जिससे आपका शरीर प्रसव के लिए तैयार होने लगता है |[४]
जब तक आपको लहसुन के कारण अपच न हो, खूब सारे लहसुन डालकर भोजन तैयार करें |

5
पर्याप्त फाइबर खाएं: फाइबर से भरपूर भोज्य पदार्थ आपको कब्ज़ से निज़ात दिलाएंगे |[५] अगर आपको कब्ज़ होता है तो आपकी आंतें और गुदा मल से भरी रहेंगी जो काफी स्थान घेर लेती हैं और बच्चे को नीचे की ओर गति करने के लिए जगह नहीं छोड़तीं | अपनी गर्भावस्था के आखिरी कुछ सप्ताहों के दौरान खूब सारे फल और सब्जियां खाएं | खुबानी और अन्य सूखे मेवे भी इसमें मदद कर सकते हैं |

6
लाल रास्पबेरी की पत्तियों की चाय पियें: यह चाय गर्भाशय को मजबूती देती है और टोन कर सकती है और मांसपेशियों के संकुचनों की शुरुआत करने में भी मदद कर सकती है | 6 औंस उबलते हुए पानी में एक टी बैग डालकर चाय बनायें और 3 मिनट तक भाप में पकाएं | थोडा ठंडा करें और पियें |[६]
एक ताजगी प्रदान करने वाली ड्रिंक के रूप में गर्मियों में लाल रास्पबेरी की पत्तियों की आइस्ड टी बनायें |

7
जीरे की चाय पियें: जीरे का उपयोग पाचन सम्बन्धी परेशानियों के लिए किया जा सकता है और यह मासिकधर्म की शुरुआत कराने और गैस में राहत दिलाने के लिए भी उपयोग किया जा सकता है |[७] जीरे की एक कप चाय का उपयोग करते हुए प्रसव लायें |[८]
चाय की कडवाहट को दूर करने के लिए थोड़ी चीनी या शहद मिलाएं |

विधि 2
अपने शरीर को एक उचित स्थिति में लायें


1
घुटनों के बल बैठकर झुककर हाथों को जमीन पर रखकर विश्राम करें(reston all fours): यह स्थिति उसी प्रकार है जैसे आप झुककर बैठकर फर्श धो रही हों | इस स्थिति से बच्चे को एक सही स्थिति में आने में मदद मिलेगी | जब बच्चे का सिर आपकी सर्विक्स पर नीचे की ओर दबाव डालता है तो सर्विक्स का छिद्र खुलने लगता है और सर्विक्स पतली होने लगती है | दिन में कई बार इस स्थिति में 10 मिनट तक रहने से बच्चे के सिर को एक सर्वोत्तम पोजीशन में लाने में मदद मिल सकती है |[९]

2
सोफे पर पीछे की ओर झुककर न बैठें: गर्भावस्था की इस स्टेज पर संभवतः आप थक जाते हैं और सिर्फ आराम करना चाहते हैं | लेकिन सोफे पर पीछे टिककर बैठने या पीछे झुककर सहारा लेने से बच्चा प्रसव के लिए सही पोजीशन में नहीं आ पाता | इसकी बजाय, थोडा आगे की ओर मुड़कर सोफे पर बायीं करवट से लेटें | आरामदायक स्थिति पाने के लिए तकिया लगाकर खुद को थोडा ऊपर उठाएं |[१०]

3
बर्थ बॉल (birth ball) पर उछलें: बर्थ बल एक बड़ी उछाल वाली बॉल होती है (जिसका उपयोग व्यायाम में भी किया जाता है) जो आपको गर्भावस्था के अंतिम दिनों में सुविधापूर्वक बैठने में मदद मिल सकती है | आप इस बॉल का उपयोग करके प्रसव का सामना भी कर सकते हैं | अपने पैर चौड़े करके फैलाकर बॉल पर बैठें जिससे बच्चे को नीचे की ओर आने में मदद मिल सकती है |[११]

विधि 3
शारीरिक गतिविधियाँ करें

1
टहलें: टहलने से बच्चे में नीचे की ओर आने के लिए गतिविधियाँ हो सकती हैं | जब बच्चे का सिर सर्विक्स पर दबाव डालता है तो प्रसव की स्थिति जल्दी ही आ जाती है | 15-20 मिनट तक टहलने की कोशिश करें | ताज़ी हवा में बाहर निकलना भी लाभदायक हो सकता है |[१२]
एक ढलान वाली ऊंचाई पर टहलें: इससे शरीर को थोडा आगे की ओर एक कोण पर झुकाने में बल लगेगा | 40-45 डिग्री के कोण पर झुकने से बच्चे को सीधे नीचे की दिशा में आने में मदद मिल सकती है |

2
छलांग लगायें या पूरे वेग से दौड़ें (galloping): छलांग लगाने या एक पैर को आगे ले जाना और आशा करना करना कि दूसरा पैर उसके पीछे आ जायेगा, भी बच्चे को गर्भाशय में थोडा नीचे की ओर लाने में मदद कर सकता है | ऐसा करते समय सावधानी रखें जिससे आप गिरे नहीं |[१३]

3
कुछ सीढियां चढ़ें: सीढ़ियों पर चहल-कदमी करने से आपके शरीर पर एक कोण पर (लगभग 40-45 डिग्री) झुकने के लिए दबाव पड़ेगा जिससे बच्चे के गर्भाशय में नीचे की ओर खिसकने में मदद मिल सकती है | ध्यान रहे कि हैण्डड्रिल को अच्छी तरह से पकड़ कर ऊपर चढ़ें जिससे आप गिर न सकें |[१४]
सीढ़ी पर अपने पैरों का वज़न उठाने पर भी मदद मिल सकती है |

4
घर को साफ़ करें: थोड़ी तनावपूर्ण स्थिति प्रसव को जल्दी लाने में मदद कर सकती है | गेराज को साफ़ करें, अपने बच्चे को गति देने के लिए जमीन पर झाड़ू-पोंछा करें जिससे प्रसव सक्रीय हो सकता है | ऐसा करने पर आपको बच्चे के जन्म के साथ ही एक साफ़-सुथरा घर भी मिल जायेगा |

विधि 4
अपने शरीर को प्रसव के लिए तैयार करें
1
सेक्स करें: अपने साथी के साथ सेक्स करने से प्रोस्टाग्लैंडीन निकलते हैं जो आपके शरीर में हार्मोंस के समान ही होते हैं | प्रोस्टाग्लैंडीन प्रसव ला सकते हैं | वेजाइना के अंदर डाले गये स्पर्म सर्विक्स को नर्म करने और फैलाने या विस्तारित करने में मदद कर सकते हैं और शरीर को प्रसव के लिए तैयार भी करते हैं |[१५]
प्रोस्टाग्लैंडीन, कामोत्तेजना या ओर्गास्म को उत्तेजित करते हैं इसलिए अगर आप सेक्स करते हुए सुविधाजनक अनुभव न करें तो आपको खुद अपना ओर्गास्म कर सकती हैं |
अगर आपके पानी की थैली फूट चुकी हो तो सेक्स न करें अन्यथा इससे संक्रमण की सम्भावना बढ़ सकती है |
2
अपने निप्पल को उत्तेजित करें: निप्पल्स को उत्तेजित करना गर्भाशय के संकुचनों को शुरू करने का एक अन्य उपाय है | अंगूठे और तर्जनी के द्वारा निप्पल को 2 मिनट तक रोल करें | इस प्रक्रिया को लगातर लगभग 20 मिनट तक करते रहें | अगर आपको कोई संकुचन अनुभव न हों तो दो मिनट तक आराम देने के साथ निप्पल्स को रोल करने की मात्रा 3 मिनट तक और बढ़ा दें |
रगड़ या उत्तेजना से बचने के लिए अँगुलियों पर ऑलिव आयल लगायें |

3
एक्यूप्रेशर का उपयोग करें: एक्यूप्रेशर एक्यूपंक्चर के समान ही होता है जो शिथिलीकरण और स्वास्थ्यलाभ देने की शरीर पर की जाने वाली एक परम्परागत चायनीज तकनीक है | इस हीलिंग तकनीक के अनुसार, शरीर में एक्यूपॉइंट्स (acupoints) होते हैं जिनके द्वारा शरीर में ऊर्जा का प्रवाह होता है |[१६] इनमे से दो पॉइंट्स पर सीधे, हल्का दबाव डालने से प्रसव को प्रेरित किया जा सकता है |[१७] एक्यूप्रेशर का उपयोग करने के लिए:
उन प्रेशर पॉइंट्स की स्थितियों का सही पता लगायें जो आपके अंगूठे और तर्जनी के बीच के हिस्से में और पैर पर निचले हिस्से में आपके टखने के अंदरूनी भाग से लगभग 3 इंच ऊपर स्थित होते हैं |
अपने हाथों के वेब्बिंग (webbing) को दबाएँ | घुमावदार गति के द्वारा 30-60 सेकंड तक मलें |[१८]
अपने पैरों के इन स्पॉट्स को अपनी एक या दो अँगुलियों से धीरे-धीरे दबाएँ | गोलाकार गति में मलें |
जब आपको संकुचन प्रारंभ हो जाएँ तो इन प्रेशर पॉइंट्स को मलना बंद कर दें और जब संकुचन बंद हो जाएँ तभी फिर से मलना शुरू करें |

4
संवेदनशीलता (रिफ्लेक्सोलॉजी) का उपयोग करें: रिफ्लेक्सोलॉजी एक ऐसी विधि है जिसमे 24-48 घंटों के अंदर प्रसव को आरंभ करने के लिए पैरों के पंजों में उपस्थित प्रेशर पॉइंट्स का उपयोग किया जाता है |[१९] अपने शरीर को प्रसव के लिए सक्रीय करने के लिए पिट्यूटरी, मूत्राशय, सोलर प्लेक्सस और ओवरी और गर्भाशय के प्रेशर पॉइंट्स का का उपयोग करें | इन पॉइंट्स पर सीधे ही हल्का दबाव डालें या हलके दबाव के साथ गोलाकार गति में धीरे-धीरे मलें |[२०]
पिट्यूटरी: पैर के अंगूठे पर प्रेशर दें, यह प्रेशर पॉइंट पिट्यूटरी ग्लैंड को सक्रीय करेगा जिससे ऑक्सीटोसिन जैसे हार्मोन निकलने लगते हैं |
मूत्राशय (ब्लैडर): अपने पैर के पंजे की तली में इनस्टेप(टखने से अँगुलियों तक का पैर का ऊपरी भाग) के पास दबाव दें, यह प्रेशर पॉइंट आपके गर्भाशय के आस-पास की मांसपेशियों को संकुचित करने में मदद कर सकता है जिससे गर्भाशय के संकुचन शुरू हो सकते हैं |
सोलर प्लेक्सस (solar plexus): अपने पैर के पंजे के मध्य भाग में सही स्थिति का पता लगायें और दबाएँ, यह पॉइंट आपको आराम देने और अधिक संतुलित रखने में मदद देगा |
ओवरी और यूटेरस (गर्भाशय): अपने टखने के अंदर के हिस्से की सही स्थिति का पता लगायें जो बिलकुल मेलिओलस (malleolus) या टखने की बाहर निकली हुई हड्डी के भाग के नीचे होता है | यह हिस्सा गर्भाशय के संकुचनों को शुरू कर सकता है |
गर्भावस्था में 38वें सप्ताह में पहुँचने के पहले संवेदनशीलता न परखें क्योंकि इससे समय के पहले प्रसव होने की सम्भावना हो सकती है | गर्भावस्था की पहली तिमाही में तो ऐसा भूलकर भी न करें अन्यथा इससे गर्भपात होने की सम्भावना हो सकती है |[२१]

5
कैस्टर आयल या अरंडी के तेल का उपयोग करें: कैस्टर आयल के अंतर्ग्रहण से आँतों में ऐंठन होती है और आंतें उत्तेजित होती हैं जिससे पेट साफ़ हो जाता है और प्रसव प्रेरित होता है | आँतों और बाउल की मांसपेशियों के संकुचन से गर्भाशय के संकुचनों को प्रेरित किया जा सकता है | इस विधि के कारण दस्त लग जायेंगे जो अत्यधिक परेशानी देने वाले हो सकते हैं |[२२]
एक गिलास जूस में 2 औंस कैस्टर आयल मिलाएं | एक बार में सारा पी जाएँ |
वैकल्पिक रूप से, आप घर पर एनीमा का उपयोग भी कर सकती हैं | परन्तु, इस विधि को केवल एक बार ही प्रयोग करें और इसे अत्यधिक सावधानी के साथ करें | यह आपके पेट को साफ़ कर सकती है और आपको थोडा डिहाइड्रेट और परेशान कर सकती है |

विधि 5
हर्बल उपचारों का उपयोग करें


1
इवनिंग प्राइमरोज आयल (evening primrose oil) का उपयोग करें: इवनिंग प्राइमरोज आयल में प्रोस्टाग्लैंडीन पाए जाते हैं जो हार्मोन-जैसा पदार्थ होता है जो संकुचनों को बढाता है और सर्विक्स को नर्म करने में मदद करता है | इस आयल को दिन में तीन बार 500 मिलीग्राम के कैप्सूल के रूप में मुखसेव्य रूप में लें |[२३]
वैकल्पिक रूप से, अपनी वेजाइना में रात को सोते समय एक कैप्सूल डालें | वेजाइना का नम वातावरण कैप्सूल को गला देगा और जेल पूरी वेजाइना में फ़ैल जायेगा |

2
कॉहोस (cohos) लें: कॉहोस की जड़ एक औषधीय पौधा है जिसका उपयोग मासिकधर्म सम्बन्धी लक्षणों, मीनोपॉज के लक्षणों और ऑस्टियोपोरोसिस के लक्षणों के उपचार में और प्रसव को प्रेरित करने में किया जा सकता है |[२४] यह काली या नीली कॉहोस की जड़ के रूप में मिलती है जो वाटर-बेस्ड या अल्कोहल-बेस्ड टिंक्चर के रूप में होती है |[२५] इसके डोज़ को लेने के लिए पैकेज पर लिखे निर्देशों का पालन करें |
माना जाता है कि काला कॉहोस, नीले कॉहोस की अपेक्षा अधिक प्रभावशाली होता है |

3
होम्योपैथिक उपचार लें: होम्योपैथिक दवाएं जैसे पल्सेटिला (pulsatilla) और कौलोफायलम (caulophyllum) प्रसव को प्रेरित करने के लिए उपयोग की जा सकती हैं |[२६] पल्सेटिला का उपयोग अधिकतर मासिकधर्म सम्बन्धी लक्षणों के इलाज में किया जाता है, साथ ही सिरदर्द और अनिद्रा के उपचार में भी किया जाता है |[२७] कौलोफायलम भी गर्भाशय की मांसपेशियों को टोन करने में मदद का सकती है जिससे अच्छे संकुचनों को उत्पन्न करने में मदद मिलती है |[२८]
इन दोनों दवाओं का डोज़ लेने के लिए पैकेज पर लिखे निर्देशों का पालन करें |

विधि 6
अपने शरीर को विश्राम दें


1
गर्म पानी से स्नान करें: एक गर्म पानी से भरे टब में बैठने से आपके शरीर को विश्राम पाने में मदद मिल सकती है और आपकी मांसपेशियों का तनाव कम हो सकता है | अपने स्नान के पानी में लैवेंडर एस्सेंसिअल आयल की कुछ बूँदें मिलाएं जिससे आपके दिमाग को शांति मिलेगी |
ध्यान रखें कि पानी बहुत ज्यादा गर्म नहीं हो अन्यथा आपकी स्किन लाल हो जाएगी | अत्यधिक गर्मी से आपके बच्चे को परेशानी हो सकती है |

2
कल्पनाशक्ति को आजमायें: ध्यान लगाने की स्थिति में बैठें और जन्म देने की प्रक्रिया शुरू होने की कल्पना करें | गहरी सांसें लें और कल्पना करें कि आपके संकुचन शुरू हो गये हैं | सोचें कि आपकी सर्विक्स फ़ैल रही है | सोचें कि आपका बच्चा नीचे खिसकता हुआ आपकी बर्थ कैनाल में आ रहा है |[२९]
प्रेरित प्रसव के लिए ऑनलाइन ऑडियो मैडिटेशन सर्च करें | ये ऑडियो अधिकतर एमपी3 ट्रैक्स में डाउनलोड करने के लिए उपलब्ध होते हैं | ये "हाइपोबर्थिंग" के लिए सर्च करने पर भी मिल सकते हैं जिसमे पूरी प्राकृतिक रूप से जन्म देने की प्रक्रिया को बनाये रखने के लिए समान तकनीकों का उपयोग किया जाता है |[३०]

3
रोयें: रोने से आंसुओं के साथ ही आपके शरीर से तनाव बाहर निकल जाता है जिससे आपके शरीर को प्रसव लाने के लिए काफी आराम मिल सकता है | आपकी गर्भावस्था का यह बिंदु काफी तनावपूर्ण हो सकता है इसलिए रोकर इस तनाव को बाहर निकालने के लिए खुद को मौका दें |[३१]
अगर जरूरत हो तो टिश्यू या रुमाल का एक बॉक्स साथ रखें |

4
मालिश करवाएं: एक आरामदायक मालिश आपके शरीर को शांत बनाये रखने का एक अच्छा जरिया हो सकती है | ध्यान रखें कि आपकी मालिश करने वाला प्रशिक्षक प्रसव पूर्व की जाने वाली मालिश की जानकारी रखता हो | जब आप मालिश करवाएं, तब अपने शरीर को सहारा देने के लिए अपने घुटनों के बीच एक तकिया लगाकर बायीं करवट से लेट जाएँ |

विधि 7
एक प्रोफेशनल से कौन-कौन सी अपेक्षाएं रखें


1
जानें कि क्या डॉक्टर प्रसव को कब प्रेरित करेंगे: अगर आप घर पर ही बच्चे को जन्म देना चाहती हैं तो तो डॉक्टर या दाई की उपस्थिति होनी चाहिए | कई डॉक्टर बहुत अधिक विकट परिस्थितियां उत्पन्न न होने तक प्रसव को प्रेरित नहीं करेंगे, उन परिस्थितियों में शामिल हैं:
आपकी पानी की थैली फटना, लेकिन संकुचन शुरू न होना |
आपकी प्रसव की निर्धारित तारीख से दो सप्ताह और अधिक गुजर जाना |
आपको गर्भाशय में संक्रमण होना |
आपको गर्भावस्था सम्बन्धी डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर होना या अम्निओटिक फ्लूड पर्याप्त मात्रा में न होना |
प्लेसेंटा या बच्चे की स्थिति/वृद्धि सम्बन्धी समस्या होना |[३२]

2
आशा करें कि डॉक्टर का पहला काम अम्निओटिक सैक से मेम्ब्रेन की पट्टी निकलना होगा: दस्ताने पहनी हुई अंगुली को डॉक्टर सर्विक्स तक ले जायेंगे और गर्भाशय की भित्ति से अम्निओटिक सैक की मेम्ब्रेन के अलग होने तक मेम्ब्रेन को मलेंगे | इसके बाद स्वाभाविक रूप से निकलने वाले हार्मोन्स प्रसव को प्रारंभ कर देते हैं |[३३]

3
आशा करें कि डॉक्टर हाथों से पानी की थैली को तोड़ेंगे: चिकित्सीय भाषा में इसे "अम्नियोटोमी(amniotomy)" कहा जाता है | इससे कुछ घंटो में ही प्रसव शुरू हो जाता है |
हालाँकि, यह एक छोटी सी विधि है लेकिन यह पीड़ादायक और असुखद हो सकती है |

4
प्रोस्टाग्लैंडीन नामक एक प्राकृतिक हार्मोन को डॉक्टर के द्वारा आपके लिए लिखने जाने के लिए तैयार रहें: इसे वेजाइना में सीधे ही लगाया जा सकता है या फिर मुख द्वारा लिया जा सकता है | यह आमतौर पर हॉस्पिटल्स में किया जाता है और इससे सर्विक्स पतली हो जाती है और प्रसव के लिए तैयार हो जाती है |
इससे अक्सर तेज़ ऐंठन और थोडा दर्द होता है |[३४]

5
इंट्रा-वेजाइनल (IV) ऑक्सीटोसिन दिया जा सकता है। या लेबर में मददगार होता है।
ऑक्सीटोसिन से इंडूस लेबर में ज्यादा कॉन्ट्रक्शन्स होते हैं।[३५]

6
अपने डॉक्टर से लेबर इंडूस करने से संबंधी रिस्क के बारे में जानैं। कुछ सामान्य रिस्क हैं
इन्फेक्शन (especially if water has broken)
बच्चेदानी की वॉल में टीयर्स
लेट प्री-टर्म बेबीज़ (Late pre-term babies (beginning labor prematurely)
अनियमित कॉन्ट्रक्शन्स (Irregular contractions)[३६]

सलाह

आप एक एक उछाल भरी कार ड्राइव भी आजमा सकते हैं जिससे बच्चा गर्भाशय में नीचे की ओर गति कर सकता है |

चेतावनी

इनमे से कोई भी विधि अपनाने से अपनी दाई या डॉक्टर से सलाह लें |
जब तक आपकी गर्भावस्था को 40 सप्ताह न हो जाएँ तब तक इनमे से कोई भी तकनीक न आजमायें | चूँकि इनमे से कोई भी तकनीक प्रसव का समय दूर होने पर सुरक्षित नहीं होतीं इसलिए बच्चे को जन्म देने की प्रक्रिया की शुरुआत करने की कोशिश करने से पहले आपको सही समय आने तक इंतज़ार करना चाहिए |

solved 5
wordpress 1 year ago 5 Answer
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